पुलिस ने सही पास को फर्जी बता वकील को किया गिरफ्तार, कोर्ट में हथकड़ी लगा किया पेश, वकीलों ने खोला

अधिवक्ता देवाशीष रांची के रहने वाले हैं और दो साल से दिल्ली के साकेत कोर्ट में प्रैक्टिस करते हैं। लॉक डाउन के बाद दिल्ली में जब उन्हें परेशानी होने लगी तो वह पास बना कर रांची मोरहाबादी स्थित घर पहुंचे। यहां पहुंचने के  बाद कुछ लोगों ने पुलिस से शिकायत कर कहा कि दिल्ली  से आया एक युवक अपनी कार से आया है। रांची आने का पास भी नहीं बनाया गया है। इसके बाद पुलिस युवक के पास पहुंची और पास को फर्जी बताते हुए उस पर धोखाधड़ी और अन्य मामलों में मुकदमा दर्ज उसे क्वारंटाइन सेंटर भेज दिया। मुकदमा दर्ज करने के बाद पुलिस ने वकील से मिले पास को जांच के लिए दिल्ली भेजा। जांच में पता चला कि पास वैध है और इसे दिल्ली से ही जारी किया गया है।
वकील की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव मिलने और क्वारंटाइन की अवधि समाप्त होने के बाद  सोमवार पुलिस ने हथकड़ी लगा कर कोर्ट में पेश किया। वकील को हथकड़ी लगाने की जानकारी झारखंड बार कौंसिल के सदस्य संजय कुमार विद्रोही एवं बार एसोसिएशन के प्रशासनिक सचिव पवन रंजन खत्री को मिली। इसके बाद अन्य वकीलों ने इसका विरोध किया और वकील की हथकड़ी खुलवा दी। कोर्ट में पेशी के बाद यह पता चला कि पुलिस ने जिस आधार पर केस किया है वह निराधार है। उनका पास दिल्ली से जारी किया गया था जो वैध है। इसके बाद अदालत ने वकील देवाशीष विश्वकर्मा को जमानत प्रदान कर दी।
देवाशीष विश्वकर्मा ने बताया कि दिल्ली के साकेत कोर्ट में दो साल से वकालत करते हैं। लॉकडाउन के कारण मेरे सीनियर ने मदद करने से इनकार कर दिया था। इसके बाद दिल्ली से पास लेकर रांची पहुंचे। पुलिस ने क्वारंटाइन कर दिया। क्वारंटाइन की अवधि पूरी होने के बाद कहा कि एफआईआर कर दी गई है। इसके बाद हथकड़ी लगाकर अदालत लाया गया, जबकि सही पास लेकर रांची पहुंचे थे।

पास दिल्ली से जारी किया गया था लेकिन उसकी अवधि समाप्त हो गयी थी। पास सिर्फ दिल्ली तक के लिए ही था।  रांची पहुंचने के बाद देवाशीष कार से घूम रहे थे और लॉक डाउन का उल्लंघन कर रहे थे। इस कारण उन पर केस दर्ज किया गया। दीपक पांडेय, डीएसपी सदर
पुलिस पर कार्रवाई हो
डीएसपी स्तर की जांच में वकील का पास सही पाया गया। बावजूद पुलिस ने उसको छोड़ने की जगह हथकड़ी लगाकर अदालत में पेश किया। इससे पुलिस की दबंगई का पता चलता है। सुप्रीम कोर्ट का आदेश का पुलिसकर्मियों ने उल्लंघन किया है।  गंभीर अपराध या कस्टडी से भागने की आशंका होने पर  ही हथकड़ी लगा सकती है।  एक निर्दोष वकील को हथकड़ी लगाया गया। पुलिस पर कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए। पवन रंजन खत्री, अधिवक्ता

सुप्रीम कोर्ट के आदेश का उल्लंघन
एक निर्दोष व्यक्ति को गलत तरीके से पहले अपने कस्टडी में रखना। जांच में पाक साबित होना। बावजूद उस अधिवक्ता थाना से नहीं छोड़कर हथकड़ी लगाकर अदालत ले आना। सरासर सुप्रीम कोर्ट के आदेश का उल्लंघन है। हमलोगों के संज्ञान में आने के कारण निर्दोष वकील जेल जाने से बच लगा। संजय कुमार विद्रोही, सदस्य जेएसबीसी।

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